20 मार्च की सुबह साढ़े पांच बजे निर्भया मामले दोषियों की फांसी की नई तारीख तय
'कोर्ट की ओर से मुझे कहा गया कि आप आग से खेल रहे हो !
कितनी बार मारोगे, आप उनकी न्यायिक हत्या कर रहे हो, सीआरपीसी कहती है कि आप एक बार से ज्यादा नहीं मार सकते.....!
आज चौथा वॉरंट जारी हुआ है। आप तीन बार पहले भी उन्हें फांसी दे चुके हैं और कितनी बार उनको फांसी दोगे.....?" alt="" aria-hidden="true" />
नई दिल्ली । निर्भया मामले के चारों दोषियों की फांसी की नई तारीख तय हो गई है. दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने उनका नया डेथ वारंट जारी कर दिया है. इसके मुताबिक उन्हें 20 मार्च की सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी जाएगी. इससे पहले कानूनी प्रावधानों के चलते डेथ वारंट जारी होने के बावजूद इसे तीन बार टालना पड़ा था.
निर्भया मामले के चारों दोषी बचाव के लिए मौजूद सभी कानूनी प्रावधानों का इस्तेमाल कर चुके हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को ही एक दोषी पवन गुप्ता की दया याचिका खारिज की थी. उधर, निर्भया के घरवालों ने उम्मीद जताई है कि दोषियों की फांसी इस बार नहीं रुकेगी.16 दिसंबर, 2012 की रात को दक्षिण दिल्ली में एक चलती बस में 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा निर्भया के साथ सामूहिक बलात्कार और बर्बरता की गयी थी. उसी महीने सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी.
दोषियों के वकील एपी सिंह ने दावा किया है कि उनके पास अभी कानूनी विकल्प बचे हुए हैं। कई बार फांसी टलवा चुके एपी सिंह ने कहा है कि दोषियों को बार-बार फांसी सुनाई जा रही है, यह न्यायिक हत्या है।
डेथ वॉरंट जारी होने के बाद कोर्ट से बाहर मीडिया से बात करते हुए एपी सिंह आपा खो बैठे। उन्होंने कहा, 'आज चौथा वॉरंट जारी हुआ है। आप तीन बार पहले भी उन्हें फांसी दे चुके हैं और कितनी बार उनको फांसी दोगे? मीडिया प्रेशर में संविधान के रहते हुए कितनी बार फांसी दोगे? ये आतंकवादी नहीं हैं, यह पढ़े लिखे हैं। ये जेल में सुधर रहे हैं, अपना परिवर्तन कर रहे हैं। आपकी चीखें बता रही हैं कि कितना प्रेशर है।'
एपी सिंह ने कहा, 'अक्षय का कानूनी विकल्प बचा हुआ है। अक्षय की मर्सी पिटिशन जेल में रिसीव कराई। कोर्ट ने पूछा कि जेल में अक्षय की मर्सी पिटिशन है? जेल ने कहा, हां है।' एपी सिंह ने कहा कि आज ही सुप्रीम कोर्ट एक और सुनवाई होनी है। केंद्र सरकार ने दोषियों को अलग-अलग फांसी के लिए याचिका दायर की थी।
एपी सिंह ने कहा, 'यह चौथा डेथ वॉरंट जारी किया है। मर्सी पिटिशन के आर्टिकल 72 के अधिकार को खत्म किया जा रहा है। कितनी बार मारोगे, आप उनकी न्यायिक हत्या कर रहे हो। सीआरपीसी कहती है कि आप एक बार से ज्यादा नहीं मार सकते हैं। आप न्यायिक हत्या मत कीजिए। स्टेट प्रायोजित हत्या मत कीजिए।' एपी सिंह ने पत्रकारों से यह भी कहा कि निर्भया की फैमिली को और कितना फंड दिलाना चाहते हैं आप? किसी और को भी दिलवा दो।
एपी सिंह ने कोर्ट पर भी गंभीर आरोप जड़ दिए। उन्होंने कहा, 'कोर्ट की ओर से मुझे कहा गया कि आप आग से खेल रहे हो। आपके लिए परिणाम गलत होंगे। इसका मतलब है कि मुझे डराया जा रहा है। मुझे धमकाया जा रहा है। मेरा शोषण किया जा रहा है। इसका मतलब हुआ कि कानूनी अधिकार इस्तेमाल करना गलता है।' गौरतलब है कि 2 मार्च को दोषियों की फांसी टालने का आदेश देने से पहले कोर्ट ने सुनवाई के दौरान सिंह की यह कहते हुए खिंचाई की, 'आप आग से खेल रहे हैं, आपको सतर्क रहना चाहिए। किसी के द्वारा एक गलत कदम, और आपको परिणाम पता हैं।'